गणपति चालीसा

यह एक भक्तिमय गीत है जो Lord Ganesh को समर्पित है. इस चालीसा में, भगवान गणेश की गुणगान और अराधना की जाती है.

यह मंत्र विभिन्न कार्यों के लिए गाया जाता है जैसे कि समृद्धि. श्री गणेश चालीसा को सुनाने से आत्म शांति मिलती है.

गणेश दर्शन

गणेश जी की मूर्ति स्थापना सर्वप्रथम मंगलकामना के रूप में की जाती है। विद्वानों का मानना है कि गणेश जी भक्ति और समर्पण का प्रतीक हैं।

वह आकृति हमें ज्ञान, बुद्धि और सफलता का मार्ग दिखाती है। अतः उनकी पूजा करके हम जीवन में समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

उनकी छवि पर स्थापित रातों से भक्ति का भाव प्रकट होता है। पर्व का पल जब पूरा घर गणेश जी के दर्शन में रंग check here जाता है तो वह मुक्ति का अनुभव कराता है।

विश्वकर्मा आराधना

विश्वकर्मा जी को आराधना एक शानदार परंपरा है। यह एक महान और प्राचीन पुरुष हैं जो समस्त का निर्माण करता है। विश्वकर्मा जी के प्रति भक्ति को लेकर लोगों में गहरा विश्वास होता है।

वह पूजा के अवसरों पर लोग नए-नए उपकरणों का निर्माण करते हैं और उन्हें समर्पित करते हैं। यह सफलता का प्रतीक माना जाता है।

  • विश्वकर्मा पूजा
  • वह रचनाकार मानते हैं।
  • यह आराधना हर रोज की प्रथा है

बप्पा मोरिया की आरती

यह पवित्र आरती हर सुंदर है। आज मैंरों मन में भावना है। राम से हम सबको आशीर्वाद मिले, यह भी.

श्री गणेशजी की आराधना

भगवान श्री गणेश का प्रिय भक्तों द्वारा उनके शुद्धता स्वभाव के लिए अर्चना करते हैं। यह उनकी महानता की एक प्रतीक. उनकी सुंदरता का मनमोहन. यह अर्ति उनका वन्दन है जो उनकी उन्नति प्राप्त करने के लिए हर रोज़ पर की जाती है।

मंगलमूर्ती गणेश उपासना

पारंपरिक और श्रद्धापूर्वक मंगलमूर्ती गणेश जी की आराधना, हर कार्य को शुभ आरंभ करती है। मंगलमूर्ती, बुद्धि और विनय के स्वामी हैं, जिन्हें सफलता प्रदान करने वाला माना जाता है।

उनके प्रति श्रद्धा से पूजा अर्चना करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। गणेश जी की प्रतिमा पर मूंग दाल, गन्ना, गुलाब जल अर्पित करें और मन से उनसे पूजा करो, उनकी कृपा से जीवन में सफलता मिलेगी।

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